About us
भारत के अग्रगण्य संस्थानों में से एक सनातन संस्कृति के पोषक के रूप में स्थित विद्या की तपोस्थली तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संस्कृति साहित्य की शिक्षा देने वाला संस्कृत विभाग का इतिहास वर्षो पुराना है। वर्ष 1948 से यहाँ कला स्नातक तथा 1970 से परास्नातक स्तर की कक्षाएँ संचालित हो रही है। अति दीर्घ काल से संस्कृत की शिक्षा देने वाला संस्कृत विभाग छात्रों को उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने के लिए सदैव प्रतिबद्ध है। महाविद्यालय की समृद्धि और गरिमा में इस विभाग की महती भूमिका हैं।
संस्कृत विभाग के प्रथम विभागाध्यक्ष के पद पर डॉ0 शिवाधार सिंह रहे जिनका कार्यकाल 1952 से 1982 तक रहा। जो वेद एवं दर्शन के परम् ज्ञाता थें। तत्पश्चात् डॉ0 शक्तिमान सिंह, डॉ0 निरूपा सिंह, डॉ0 सुधाकर द्विवेदी ने विभाग के विभागाध्यक्ष के रूप में अपना महान समर्पण और योगदान दिया है। डॉ सुशीला सिंह पुण्डीर डॉ. ‛शिवशंकर गुप्त , डॉ. माधुरी सिंह ने विभाग में कुशल अध्यापक के रूप में सेवा की हैं। संस्कृत विभाग के अध्यापक कई वर्षों तक मुख्य संयोजक तथा पाठ्यक्रम समिति के सदस्य रहे हैं।
Words from HoD
संस्कृत ;- तिलकधारी महाविद्यालय में जब से संस्कृत विभाग की स्थापना हुयी है, तब से यहाँ के प्राध्यापक बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने में सदैव प्रयत्नशील रहे हैं। हम अपनी परम्परागत शिक्षा प्रणाली के साथ-साथ मौखिक, सहलिखित परम्परा को ध्यान में रखते हुए संस्कृत के ग्रन्थों का अध्यापन कार्य करते है। संस्कृत के व्याकरणिक शब्दों की व्युत्पत्ति तथा उसकी व्याख्या पर विशेष बल देते हैं ताकि बच्चे उसके आवश्यक निहितार्थ को सरलता से समझ सके। विभाग के शिक्षकों ने शिक्षा का जो वातावरण तैयार किया है वह प्रशंसनीय है। देश में कोरोना जैसी महामारी का संकट जब विद्यमान रहा उस समय भी विभाग के शिक्षकों ने आनलाइन शिक्षा के माध्यम से अध्यापन कार्य किया। यहाँ से संस्कृत विषय में परास्नातक की शिक्षा प्राप्त कर अनेकों छात्र प्रशासनिक कार्यों में उच्च पदों पर एवं शिक्षा के क्षेत्र में उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा एवं प्राथमिक स्तर पर अपनी सेवा दे रहे हैं। संस्कृत विभाग में अध्ययन-अध्यापन का जो वातावरण है वह दूर-दूर तक प्रसिद्ध है। इस कारण यहाँ शिक्षा ग्रहण करने के लिए सुदूर ग्रामांचल से भी छात्र/छात्राएँ अध्ययन के लिए आते हैं। संस्कृत भाषा के प्रोत्साहन के लिये छात्रों को संस्कृत विषय के भिन्न-भिन्न क्रियाकलापों की शिक्षा देकर संस्कारवान नागरिक बनाने का प्रयत्न किया जाता है।
|
Name |
Dr. Poonam Devi Singh |
Department Name |
Sanskrit Department |
Designation |
Assistant Professor & Head |
Qualification |
M.A.NET.Ph.D Specialigiation Sahitay |
Mob-Email |
8175842358, poonamdevi94177@gmail.com |
|
Name |
Dr. Rahul |
Department Name |
Sanskrit Department |
Designation |
Associate Professor |
Qualification |
M.A. Ph.D B.H.U. Varanasi Specialigation-Sahitay |
Mob-Email |
8318523315, Rahulpgc10@gmail.com |
Academics
Under Graduate Programme
हमारे शैक्षिक संस्थान में नई शिक्षा नीति 2020 को सत्र 2021-22 से क्रियान्वित किया गया है। यह त्रिवर्षीय एवं चार वर्षीय सेमेस्टर प्रणाली पाठ्यक्रम है। इसमें अलग-अलग वर्षो में अध्ययनरत छात्रों को अलग-अलग उपाधि प्रदान की जाती है।
क्र0सं0 |
वर्ष |
सेमेस्टर |
योग्यता |
उपाधि |
1 |
प्रथम वर्ष |
I |
इण्टर मीडिएट पास |
स्नातक सर्टिफिकेट |
II |
प्रथम सेमेस्टर में उर्त्तीण |
2 |
द्वितीय वर्ष |
III |
द्वितीय सेमेस्टर उर्त्तीण |
स्नातक डिप्लोमा |
IV |
तृत्तीय सेमेस्टर उर्त्तीण |
3 |
तृत्तीय वर्ष |
V |
चतुर्थ सेमेस्टर उर्त्तीण |
स्नातक डिग्री |
VI |
पंचम सेमेस्टर उर्त्तीण |
4 |
चतुर्थ वर्ष |
VII |
षष्ठम् सेमेस्टर उर्त्तीण |
बैचलर ऑफ आर्ट आनर्स / शोध |
VIII |
सप्तम् सेमेस्टर उर्त्तीण |
परास्नातक डिप्लोमा संस्कृत
क्र0सं0 |
वर्ष |
सेमेस्टर |
योग्यता |
उपाधि |
1 |
प्रथम वर्ष |
I |
स्नातक डिग्री पास |
परास्नातक डिप्लोमा |
II |
स्नातक डिग्री पास |
मास्टर कार्यक्रम के दो सेमेस्टर एक वर्ष के समान है।
मास्टर डिग्री (उपाधि) संस्कृत
क्र0सं0 |
वर्ष |
सेमेस्टर |
योग्यता |
उपाधि |
1 |
एक वर्ष |
दो सेमेस्टर |
बैचलर ऑफ संस्कृत आनर्स / शोध सहित |
मास्टर ऑफ आर्ट |
Post Graduate Programme (स्नातकोत्तर संस्कृत)
हमारे शैक्षिक संस्थान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप शैक्षिक सत्र 2022-23 से स्नातकोत्तर स्तर पर संस्कृत विषय में पूर्ण रूप से क्रियान्वित किया है। यह द्विवर्षीय पूर्णकालिक सेमेस्टर पाठ्यक्रम है। इसमें कुल चार सेमेस्टर है।
मास्टर डिग्री संस्कृत
क्र0सं0 |
वर्ष |
सेमेस्टर |
योग्यता |
उपाधि |
1 |
दो वर्ष |
चार सेमेस्टर |
बैचलर ऑफ संस्कृत |
मास्टर ऑफ आर्ट (स्नातकोत्तर) |
Doctorate Programme
संस्कृत में विभाग के प्राध्यापको द्वारा संस्कृत में अनुसन्धान परक शिक्षा भी छात्रों को प्रदान की जाती है। यहाँ पर मुख्य विषय साहित्य के साथ-साथ वेद, उपनिषद, दर्शन, व्याकरण इत्यादि विषयों पर अनुसंधान कराया जाता है। अधुनापर्यन्त 50 से अधिक छात्राओं ने पी0एच0डी0 (शोध) की उपाधि पाप्त की है।
Academic Calendar
बाद में उपलब्ध कराया जायेगा।
Brief Activity
संस्कृत विभाग में संस्कृत भाषा के प्रोत्साहन के लिए छात्रों को संस्कृत सम्भाषण के प्रति जागरूक करने के लिए सम्भाषण शिविर का आयोजन, अन्त्याक्षरी, प्रहसन, संस्कृत नाट्य मंचन, वाद-विवाद प्रतियोगिता इत्यादि समय-समय पर कराया जाता है।